वॉर 2: ऋतिक और जूनियर एनटीआर की टक्कर, क्या बिना टाइगर के भी चमका जादू?
2019 में वॉर ने बॉलीवुड में एक्शन सिनेमा को नया रंग दिया था। ऋतिक रोशन और टाइगर श्रॉफ की जोड़ी ने स्क्रीन पर आग लगाई, और अब 2025 में वॉर 2 सिनेमाघरों में तहलका मचाने आई है। इस बार टाइगर श्रॉफ की जगह जूनियर एनटीआर ने एंट्री ली है, और आयान मुखर्जी के डायरेक्शन में यह फिल्म यशराज स्पाई यूनिवर्स (YRF Spy Universe) को और भव्य बनाती है। लेकिन क्या यह फिल्म पहले पार्ट की तरह दर्शकों को बांध पाई? क्या जूनियर एनटीआर ने टाइगर की कमी पूरी की? आइए, रिव्यू में वॉर 2 की हर बारीकी जानते हैं।

कहानी: दोस्ती, दुश्मनी और देशभक्ति का कॉकटेल
वॉर 2 की कहानी मेजर कबीर धालीवाल (ऋतिक रोशन) के इर्द-गिर्द बुनी गई है, जो रॉ (रिसर्च एंड एनालिसिस विंग) का सबसे तेज-तर्रार और स्टाइलिश एजेंट है। इस बार कबीर का सामना एक ग्लोबल साजिश से है, जिसमें ‘काली कार्टेल’ नाम का संगठन भारत की सुरक्षा को तहस-नहस करने की साजिश रच रहा है। कहानी में नया किरदार है विक्रम चेलपति (जूनियर एनटीआर), जो कबीर का बचपन का दोस्त है, लेकिन अब उसका सबसे बड़ा दुश्मन बन चुका है। फ्लैशबैक के जरिए उनकी दोस्ती और टकराव की कहानी दिखाई गई है, जो इमोशनल टच देती है।
पहला हाफ थोड़ा धीमा है, जिसमें जापान, बर्लिन, कश्मीर, और सलामांका जैसे कई लोकेशन्स बार-बार बदलते हैं, जो दर्शकों को भटकाव दे सकता है। हालांकि, दूसरा हाफ तेजी पकड़ता है, और ट्विस्ट्स के साथ क्लाइमेक्स YRF स्पाई यूनिवर्स को पठान 2 और अल्फा की ओर ले जाता है। टाइगर श्रॉफ की अनुपस्थिति से खालिद के किरदार का खालीपन खलता है, और कुछ फैंस को लगता है कि कहानी पहले पार्ट जितनी टाइट नहीं है। फिर भी, कबीर और विक्रम की जंग स्क्रीन पर रोमांच जगाती है।
एक्शन: हॉलीवुड लेवल, लेकिन टाइगर का तड़का मिसिंग
वॉर 2 का एक्शन इसका सबसे बड़ा आकर्षण है। फिल्म में सात बड़े एक्शन सीक्वेंस हैं, जिनमें जापान का समुराई स्टाइल फाइट, डावोस की बर्फीली गुफा में टकराव, और अरब सागर में बोट चेज शामिल हैं। हॉलीवुड स्टंट कोरियोग्राफर स्पाइरो रजाटोस की टीम ने हर सीन को विश्वस्तरीय बनाया है। खासकर डावोस का सीन, जहां कबीर और विक्रम की भिड़ंत होती है, दर्शकों को सीट से बांध देता है। सिनेमटोग्राफी और साउंड डिजाइन इन सीन्स को और रोमांचक बनाते हैं।
हालांकि, पर कुछ फैंस ने लिखा कि टाइगर श्रॉफ की हाई-एनर्जी स्टंट्स और डांस मूव्स की कमी खली। वॉर में टाइगर और ऋतिक की गुरु-शिष्य केमिस्ट्री ने एक्शन को अलग लेवल दिया था, जो इस बार कबीर और विक्रम की दोस्ती-दुश्मनी में उतनी प्रभावी नहीं लगती। जूनियर एनटीआर ने अपने फाइट सीन्स, खासकर पाइरेट-स्टाइल अटैक में, दम दिखाया, लेकिन कुछ VFX खामियां, जैसे हवाई जहाज सीन में अननेचुरल इफेक्ट्स, नजर आईं।
अभिनय: ऋतिक का करिश्मा, एनटीआर का जलवा
ऋतिक रोशन कबीर के किरदार में फिर से छा गए। उनकी स्टाइल, डायलॉग डिलीवरी (“मैं जंग का आलम हूं, तू सिर्फ साया”), और इमोशनल सीन्स में गहराई फिल्म को ऊंचा उठाती है। कबीर इस बार एक सख्त जासूस के साथ-साथ अपने अतीत से जूझता नजर आता है। जूनियर एनटीआर का किरदार विक्रम ग्रे शेड्स वाला है, जो विलेन से इमोशनल किरदार में बदलता है। उनकी डायलॉगबाजी, जैसे “दोस्ती में दम था, दुश्मनी में आग है,” दर्शकों को तालियां बजाने पर मजबूर करती है।
कियारा आडवाणी (काव्या लूथरा) एक्शन और ग्लैमरस सीन्स में दिखती हैं, लेकिन उनका किरदार कहानी में गहराई नहीं जोड़ता। पर कुछ यूजर्स ने उनके रोल को “डेकोरेटिव” कहा। आशुतोष राणा (कर्नल लूथरा) और अनिल कपूर (रॉ चीफ) अपने सीमित रोल में प्रभावी हैं, लेकिन फैंस को इनके लिए और स्क्रीन टाइम चाहिए था। पोस्ट-क्रेडिट सीन में आलिया भट्ट और शरवरी का अल्फा कनेक्शन सरप्राइज देता है।
म्यूजिक और सिनेमटोग्राफी: स्क्रीन पर जादू
प्रीतम का म्यूजिक और संचित-अंकित बल्हारा का बैकग्राउंड स्कोर एक्शन को और धार देता है। गाना “जंग का राग” में ऋतिक और एनटीआर का डांस-ऑफ फैंस को थिरकने पर मजबूर करता है, लेकिन कुछ ने इसे RRR के “नाटू नाटू” से कमजोर बताया। सिनेमटोग्राफी में जापान, कश्मीर, और इटली की लोकेशन्स शानदार हैं। अंडरवॉटर और नाइट शॉट्स विजुअल ट्रीट हैं, लेकिन कुछ VFX, जैसे हेलिकॉप्टर सीन, थोड़े कमजोर लगे।
डायरेक्शन: आयान का विजन, कुछ खामियां
आयान मुखर्जी ने वॉर 2 को पैन-इंडिया अपील देने की कोशिश की। एक्शन और इमोशन्स का बैलेंस अच्छा है, लेकिन पहले हाफ की धीमी गति और बेमतलब लोकेशन चेंज कहानी को कमजोर करते हैं। पोस्ट-क्रेडिट सीन में अल्फा का कनेक्शन YRF स्पाई यूनिवर्स को रोमांचक बनाता है। पर कुछ यूजर्स ने इसे “ओवरलोडेड लेकिन इम्प्रेसिव” कहा।
टाइगर श्रॉफ की अनुपस्थिति: कितना असर?
वॉर में टाइगर का खालिद और ऋतिक का कबीर का रिश्ता फिल्म की रीढ़ था। उनकी केमिस्ट्री, हल्के-फुल्के पल, और ट्विस्ट्स ने दर्शकों को बांधा। वॉर 2 में जूनियर एनटीआर ने अपनी स्क्रीन प्रेजेंस से प्रभावित किया, लेकिन पर फैंस ने लिखा कि “टाइगर की एनर्जी और स्टाइल की कमी खली।” ट्रेलर में टाइगर का कैमियो दिखा, लेकिन उनकी अनुपस्थिति एक खालीपन छोड़ती है।
क्या है खास और क्या रहा कमजोर?
प्लस पॉइंट्स:
- ऋतिक और जूनियर एनटीआर की दमदार परफॉर्मेंस।
- सात हाई-वोल्टेज एक्शन सीक्वेंस।
- शानदार सिनेमटोग्राफी और बैकग्राउंड स्कोर।
- YRF स्पाई यूनिवर्स का विस्तार।
- स्वतंत्रता दिवस रिलीज के लिए देशभक्ति का तड़का।
माइनस पॉइंट्स:
- टाइगर श्रॉफ की अनुपस्थिति से केमिस्ट्री में कमी।
- पहले हाफ की धीमी गति और प्रेडिक्टेबल प्लॉट।
- कुछ VFX और गाने कमजोर।
- सहायक किरदारों को सीमित स्क्रीन टाइम।
क्या यह फिल्म देखने लायक है?
वॉर 2 एक एक्शन से भरपूर थ्रिलर है, जो 2 घंटे 53 मिनट की रनटाइम के साथ YRF स्पाई यूनिवर्स की सबसे लंबी फिल्म है। अगर आप ऋतिक और जूनियर एनटीआर के फैन हैं या हाई-ऑक्टेन एक्शन पसंद करते हैं, तो यह फिल्म आपके लिए है। टाइगर की अनुपस्थिति और पहले हाफ की कमजोरियां कुछ दर्शकों को निराश कर सकती हैं, लेकिन सिनेमाघरों में इसका विजुअल और साउंड इफेक्ट जबरदस्त है।
रेटिंग: 3.5/5
वॉर 2 स्टाइल, एक्शन, और स्टार पावर से भरपूर है, लेकिन टाइगर की अनुपस्थिति और कहानी की कुछ कमियां इसे पहले पार्ट से थोड़ा पीछे रखती हैं। फिर भी, यह YRF स्पाई यूनिवर्स का एक शानदार चैप्टर है।
कहां देखें? सिनेमाघरों में (हिंदी, तेलुगु, तमिल)। जल्द OTT पर।
फैमिली फ्रेंडली? हां, लेकिन कुछ हिंसक सीन बच्चों के लिए नहीं।
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