प्रो कबड्डी लीग (पीकेएल) का 12वां संस्करण 29 अगस्त 2025 से शुरू हो रहा है, और पुनेरी पलटन, जो सीजन 10 में चैंपियन थी, इस बार भी खिताब की मजबूत दावेदार मानी जा रही है। पिछले सीजन (सीजन 11) में उनका प्रदर्शन सामान्य रहा, जहां 22 मुकाबलों में सिर्फ 9 जीत के साथ वे आठवें पायदान पर रहे। इस बार, पुनेरी पलटन ने नए कोच अजय ठाकुर के मार्गदर्शन और स्टार रेडर सचिन तंवर जैसे खिलाड़ियों को जोड़कर अपनी टीम को और सशक्त किया है। इस लेख में हम पुनेरी पलटन के स्क्वॉड, उनकी शक्तियों, कमजोरियों, अवसरों और चुनौतियों का गहन विश्लेषण करेंगे, जिसमें सचिन तंवर की भूमिका पर विशेष जोर दिया जाएगा।

पुनेरी पलटन का स्क्वॉड (सीजन 12)
पुनेरी पलटन ने सीजन 12 के लिए अपने मुख्य खिलाड़ियों को बरकरार रखा है और नीलामी में कुछ बड़े नामों को शामिल किया है। इस बार टीम की कप्तानी अनुभवी ऑलराउंडर असलम इनामदार के पास है, जबकि कोचिंग की जिम्मेदारी अजय ठाकुर संभाल रहे हैं, जो सीजन 11 में सहायक कोच थे। अजय ठाकुर, भारतीय कबड्डी टीम के पूर्व कप्तान, 2014 के एशियाई खेलों और 2016 के कबड्डी विश्व कप में स्वर्ण पदक विजेता हैं। उनके पास 121 पीकेएल मैचों में 816 अंक (794 रेड पॉइंट्स और 22 टैकल पॉइंट्स) का अनुभव है।
स्क्वॉड की पूरी सूची:
रेडर्स:
– सचिन तंवर
– पंकज मोहिते
– मोहित गोयत
– आदित्य तुषार शिंदे
– अभिषेक तुकाराम गुंगे (राइट रेडर)
– स्टुअर्ट सिंह (राइट रेडर)
– मिलाद मोहाजर (विदेशी, ईरान)
– मोहम्मद इस्माइल नबीबख्श (विदेशी, ईरान)
डिफेंडर्स:
– गौरव खत्री (राइट कॉर्नर)
– अबिनेश नadarajan (राइट कवर)
– ददासो शिवाजी पुजारी (राइट कॉर्नर)
– संजय एनानिया (राइट कॉर्नर)
– राकेश (लेफ्ट कॉर्नर)
– वैभव एस. रबड़े (राइट कवर)
– रोहन अशोक तुपारे
– विशाल भारद्वाज
– मोहम्मद अमान (लेफ्ट कॉर्नर)
ऑलराउंडर्स:
– असलम इनामदार (कप्तान)
– गुरदीप
– मोहम्मद नबीबख्श
सचिन तंवर की भूमिका:
पुनेरी पलटन ने सीजन 12 की नीलामी में सचिन तंवर को 1.058 करोड़ रुपये की मोटी रकम में खरीदा, जो उन्हें इस सीजन का सबसे बड़ा निवेश बनाता है। सचिन पीकेएल के सबसे विश्वसनीय और निरंतर प्रदर्शन करने वाले रेडरों में से हैं। 145 मैचों में 1,034 रेड पॉइंट्स के साथ, वे लीग के शीर्ष रेडरों में शुमार हैं। उनकी रेडिंग शैली में स्थिरता, गति और रणनीतिक समझ उनकी सबसे बड़ी खूबी है। सचिन ने पहले तमिल थलाइवाज और गुजरात जायंट्स जैसी टीमों के लिए खेला है और अब पुनेरी पलटन के लिए एक निर्णायक खिलाड़ी साबित हो सकते हैं।
सचिन तंवर की मौजूदगी पुनेरी पलटन की रेडिंग ताकत को और बढ़ाएगी। उनकी अनुभवी रेडिंग क्षमता और दबाव में प्रदर्शन करने की कला असलम इनामदार, पंकज मोहिते और मोहित गोयत जैसे अन्य रेडरों के साथ मिलकर एक प्रभावी आक्रमण रणनीति बनाएगी।
शक्तियां (Strengths):
1. दमदार रेडिंग लाइन-अप:
पुनेरी पलटन की रेडिंग यूनिट उनकी सबसे बड़ी ताकत है। सचिन तंवर (1,034 रेड पॉइंट्स), पंकज मोहिते (110 रेड पॉइंट्स, सीजन 11), मोहित गोयत (83 रेड पॉइंट्स, सीजन 11) और असलम इनामदार (480 रेड पॉइंट्स और 65 टैकल पॉइंट्स) जैसे खिलाड़ियों के साथ, पुनेरी पलटन के पास एक शक्तिशाली और विविध रेडिंग लाइन-अप है। सचिन तंवर की स्थिरता इस यूनिट को और घातक बनाती है।
2. अनुभवी कोच और कप्तान:
अजय ठाकुर का कोचिंग अनुभव और असलम इनामदार का नेतृत्व पुनेरी पलटन को रणनीतिक लाभ देता है। अजय ठाकुर का कबड्डी का गहरा ज्ञान और उनकी रणनीति खिलाड़ियों को प्रेरित करेगी।
3. होम ग्राउंड का फायदा:
पुणे का श्री शिव छत्रपति स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स पुनेरी पलटन का घरेलू मैदान है, जहां स्थानीय दर्शकों का समर्थन और परिचित माहौल उनके प्रदर्शन को बढ़ावा देगा।
4. संतुलित स्क्वॉड:
पुनेरी पलटन ने 7 रेडर्स, 9 डिफेंडर्स और 3 ऑलराउंडर्स के साथ एक संतुलित स्क्वॉड बनाया है। नीलामी में सचिन तंवर, गुरदीप और मोहम्मद नबीबख्श जैसे खिलाड़ियों को शामिल करने से टीम को गहराई मिली है।
कमजोरियां (Weaknesses):
1. रक्षा में गहराई की कमी:
पुनेरी पलटन की रक्षा उनकी सबसे बड़ी चिंता हो सकती है। अबिनेश नadarajan (राइट कवर) और गौरव खत्री (राइट कॉर्नर) जैसे डिफेंडरों के बावजूद, राइट कवर और कॉर्नर पोजीशन में मजबूत बैकअप की कमी है। अगर इनमें से कोई खिलाड़ी चोटिल होता है या फॉर्म में नहीं रहता, तो यह टीम के लिए मुश्किल हो सकता है।
2. असलम इनामदार की फिटनेस:
कप्तान असलम इनामदार पिछले सीजन में घुटने की चोट (मेनिस्कस टियर) के कारण ज्यादातर समय बाहर रहे थे। उनकी फिटनेस इस सीजन में पुनेरी पलटन के प्रदर्शन को काफी हद तक प्रभावित करेगी।
3. नए खिलाड़ियों का तालमेल:
सचिन तंवर, मिलाद मोहाजर और मोहम्मद नबीबख्श जैसे नए खिलाड़ियों को मौजूदा स्क्वॉड के साथ तालमेल बिठाने में समय लग सकता है। खासकर, विदेशी खिलाड़ियों को पीकेएल के दबाव में ढलना चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
अवसर (Opportunities):
1. सचिन तंवर का प्रभाव:
सचिन तंवर की मौजूदगी पुनेरी पलटन के लिए एक बड़ा अवसर है। उनकी रेडिंग क्षमता और अनुभव उन्हें विपक्षी रक्षा के लिए खतरनाक बनाते हैं। अगर वे पिछले सीजनों की तरह प्रदर्शन करते हैं, तो पुनेरी पलटन की रेडिंग यूनिट अजेय हो सकती है।
2. नए कोच का दृष्टिकोण:
अजय ठाकुर के मुख्य कोच के रूप में नियुक्त होने से पुनेरी पलटन को एक नया रणनीतिक दृष्टिकोण मिलेगा। उनकी कोचिंग में युवा और अनुभवी खिलाड़ियों का मिश्रण एक मजबूत इकाई बन सकता है।
3. युवा खिलाड़ियों का उभार:
मोहम्मद अमान जैसे युवा डिफेंडर, जिन्हें पुनेरी पलटन ने 35 लाख रुपये में रिटेन किया, इस सीजन में अपनी प्रतिभा साबित कर सकते हैं। उनके प्रदर्शन से रक्षा को नई ताकत मिल सकती है।
4. खिताब की रक्षा:
सीजन 10 की जीत के बाद, पुनेरी पलटन के पास लगातार दूसरी बार खिताब जीतने का अवसर है। यह उपलब्धि उन्हें पीकेएल इतिहास में विशेष स्थान दिला सकती है।
चुनौतियां (Threats):
1. विपक्षी टीमों की रणनीति:
पुनेरी पलटन की रक्षा में कमजोरी को विपक्षी टीमें निशाना बना सकती हैं, खासकर लेफ्ट साइड की रक्षा, जहां पिछले सीजन में मजबूत डिफेंडर की कमी महसूस हुई थी।
2. अन्य मजबूत टीमें:
जयपुर पिंक पैंथर्स, बेंगलुरु बुल्स और हरियाणा स्टीलर्स जैसी टीमें इस सीजन में मजबूत स्क्वॉड के साथ उतर रही हैं। इनसे कड़ा मुकाबला होने की उम्मीद है।
3. चोटों का जोखिम:
असलम इनामदार, अबिनेश नadarajan और सचिन तंवर जैसे प्रमुख खिलाड़ियों की फिटनेस एक बड़ी चुनौती है। अगर ये खिलाड़ी चोटिल होते हैं, तो यह टीम के लिए बड़ा झटका होगा।
सचिन तंवर की भूमिका और प्रभाव
सचिन तंवर पुनेरी पलटन के लिए एक महत्वपूर्ण जोड़ हैं। उनकी रेडिंग क्षमता और अनुभव उन्हें टीम की रणनीति का एक अभिन्न हिस्सा बनाते हैं। सचिन की खासियत उनकी स्थिरता और दबाव में रेड करने की कला है। वे विपक्षी डिफेंडरों को भटकाने और अंक जुटाने में माहिर हैं। उनकी मौजूदगी से पंकज मोहिते और मोहित गोयत जैसे अन्य रेडरों पर दबाव कम होगा, जिससे रेडिंग यूनिट को रोटेशन में लचीलापन मिलेगा। सचिन के अनुभव से युवा रेडर जैसे आदित्य शिंदे और अभिषेक गुंगे को भी सीखने का मौका मिलेगा।
रणनीति और संभावनाएं
पुनेरी पलटन को अपनी रेडिंग यूनिट का अधिकतम उपयोग करना होगा। सचिन तंवर, असलम इनामदार, पंकज मोहिते और मोहित गोयत को रणनीतिक रूप से रोटेट करके विपक्षी रक्षा पर दबाव बनाया जा सकता है। रक्षा में, गौरव खत्री और अबिनेश नadarajan को अधिक जिम्मेदारी लेनी होगी, जबकि विशाल भारद्वाज और मोहम्मद अमान जैसे खिलाड़ियों को अपनी क्षमता साबित करनी होगी। अजय ठाकुर की कोचिंग में, पुनेरी पलटन को एक संतुलित रणनीति अपनानी होगी, जिसमें रेडिंग और डिफेंस का तालमेल महत्वपूर्ण होगा।
पिछले सीजन की कमियों से सीखते हुए, पुनेरी पलटन को अपनी रक्षा को मजबूत करने और नए खिलाड़ियों को जल्दी से एकीकृत करने पर ध्यान देना होगा। सचिन तंवर की मौजूदगी से उनकी रेडिंग यूनिट को नई ताकत मिलेगी, लेकिन रक्षा में सुधार और प्रमुख खिलाड़ियों की फिटनेस उनकी सफलता की कुंजी होगी।
निष्कर्ष
पुनेरी पलटन सीजन 12 में एक मजबूत और संतुलित स्क्वॉड के साथ मैदान में उतर रही है। सचिन तंवर का शामिल होना उनकी रेडिंग यूनिट को और घातक बनाता है, जबकि अजय ठाकुर का कोचिंग अनुभव और असलम इनामदार का नेतृत्व उन्हें एक मजबूत दावेदार बनाता है। हालांकि, रक्षा में बैकअप की कमी और प्रमुख खिलाड़ियों की फिटनेस कुछ चुनौतियां हैं, जिन्हें दूर करना होगा।
क्या पुनेरी पलटन इस बार अपने खिताब की रक्षा कर पाएगी? सचिन तंवर का अनुभव और अन्य रेडरों का साथ निश्चित रूप से उन्हें प्लेऑफ की दौड़ में बनाए रखेगा। प्रो कबड्डी लीग सीजन 12 में पुनेरी पलटन का प्रदर्शन देखने के लिए प्रशंसक उत्साहित हैं।