जम्मू-कश्मीर में बारिश का प्रकोप
पिछले कुछ दिनों से जम्मू-कश्मीर में लगातार हो रही भारी बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं और निचले क्षेत्रों में पानी भर गया है।
बारिश की वजह से पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन (Landslide) की घटनाएँ भी सामने आ रही हैं, जिससे नेशनल हाईवे बंद होने की वजह से यातायात पर असर पड़ा है।

बारिश से नुकसान और जनजीवन पर असर
- सड़क मार्ग बाधित – जम्मू-श्रीनगर हाईवे कई जगहों पर भूस्खलन के कारण बंद कर दिया गया है।
- निचले इलाकों में जलभराव – अनंतनाग, पुलवामा और श्रीनगर शहर के कुछ हिस्सों में पानी भर गया है।
- कृषि पर असर – किसानों की फसलें पानी में डूब गई हैं, जिससे आर्थिक नुकसान होने की संभावना है।
- बिजली और संचार बाधित – कई जगहों पर बिजली आपूर्ति ठप हो गई है।
प्रशासन और सरकार की तैयारी
सरकार ने एसडीआरएफ (State Disaster Response Force) और एनडीआरएफ (National Disaster Response Force) की टीमें प्रभावित इलाकों में तैनात की हैं। स्थानीय लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया जा रहा है। प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं ताकि लोग तुरंत मदद मांग सकें। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे तक रेड अलर्ट जारी किया है और लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है।
मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विभाग (IMD) के अनुसार आने वाले दिनों में भी जम्मू-कश्मीर के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है।
विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे हालात में लोगों को घरों से अनावश्यक बाहर नहीं निकलना चाहिए और नदियों व पहाड़ी इलाकों से दूर रहना चाहिए।
निष्कर्ष
जम्मू-कश्मीर में लगातार हो रही बारिश ने लोगों के जीवन को कठिन बना दिया है। सरकार और प्रशासन राहत कार्य में जुटे हुए हैं, लेकिन नागरिकों को भी सतर्क रहना बेहद ज़रूरी है।यदि आप भी प्रभावित क्षेत्रों में रहते हैं, तो अधिकारियों की गाइडलाइन का पालन करें और सुरक्षित रहें।