बॉलीवुड के ‘खिलाड़ी कुमार’ अक्षय कुमार का 12 अगस्त को जम्मू दौरा अचानक सुर्खियों में आ गया, जब उनकी यात्रा के लिए उपलब्ध कराई गई एक लग्जरी सफेद रेंज रोवर SUV को पुलिस ने जब्त कर लिया। कारण? — गाड़ी में टिंटेड ग्लास (काली फिल्म) का इस्तेमाल, जो भारतीय ट्रैफिक नियमों के तहत प्रतिबंधित है।
यह घटना न केवल सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी, बल्कि सड़क सुरक्षा नियमों और मशहूर हस्तियों की जिम्मेदारी पर भी सवाल खड़े कर गई।

घटना की पूरी टाइमलाइन
तारीख: 12 अगस्त 2025
स्थान: जम्मू, जम्मू-कश्मीर
उद्देश्य: कल्याण ज्वेलर्स के शोरूम उद्घाटन में शामिल होना
यात्रा की योजना: जम्मू एयरपोर्ट से कल्याण ज्वेलर्स शो-रूम तक
गाड़ी: सफेद रंग की Range Rover SUV, इवेंट आयोजकों द्वारा उपलब्ध कराई गई
मामला: पुलिस ने गाड़ी रोकी, टिंटेड ग्लास पाकर उसे जब्त कर लिया
टिंटेड ग्लास पर भारत में कानून
भारत में टिंटेड ग्लास का प्रयोग मोटर वाहन अधिनियम और सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तहत सख्ती से नियंत्रित है।
सुप्रीम कोर्ट का आदेश (2012): किसी भी वाहन के शीशों पर ऐसी फिल्म लगाना पूरी तरह से प्रतिबंधित है जो निर्धारित विज़िबल लाइट ट्रांसमिशन (VLT) सीमा से कम रोशनी आने दे।
VLT मानक:
फ्रंट और रियर विंडशील्ड — कम से कम 70% प्रकाश आने की अनुमति होनी चाहिए
साइड विंडो — कम से कम 50% प्रकाश आने की अनुमति होनी चाहिए
कारण:
अपराध रोकथाम और सुरक्षा
ट्रैफिक पुलिस द्वारा निगरानी में आसानी
पारदर्शिता सुनिश्चित करना
अक्षय कुमार का पक्ष
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह गाड़ी अक्षय कुमार की निजी नहीं थी।
गाड़ी इवेंट आयोजकों ने उपलब्ध कराई थी
अक्षय कुमार को नियम उल्लंघन की जानकारी नहीं थी
घटना के बाद उन्होंने पुलिस जांच में पूरा सहयोग किया
पुलिस का एक्शन
पुलिस ने गाड़ी की जांच के दौरान काले शीशे पाए
नियमों के उल्लंघन पर गाड़ी को मौके पर ही जब्त किया गया
ड्राइवर के खिलाफ चालान काटा गया
आयोजकों को चेतावनी दी गई
सोशल मीडिया पर चर्चा
घटना के बाद सोशल मीडिया पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं आईं:
कुछ लोगों ने पुलिस की कार्रवाई की तारीफ की — “कानून सबके लिए बराबर”
कुछ ने कहा कि मशहूर हस्तियों को ज्यादा जिम्मेदारी दिखानी चाहिए
वहीं, फैंस ने अक्षय कुमार का बचाव किया कि गलती आयोजकों की थी, अभिनेता की नहीं
मशहूर हस्तियों और ट्रैफिक नियम
भारत में अक्सर देखा गया है कि सेलिब्रिटीज़ या उनके काफिले ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करते हैं।
तेज रफ्तार
सायरन का गलत इस्तेमाल
टिंटेड ग्लास
गलत पार्किंग
लेकिन इस तरह की घटनाएं यह संदेश देती हैं कि नियम का उल्लंघन किसी को भी नहीं करना चाहिए, चाहे वह आम नागरिक हो या सुपरस्टार।
रेंज रोवर SUV और टिंटेड ग्लास का चलन
Range Rover जैसी लग्जरी गाड़ियां अक्सर VIP मूवमेंट में इस्तेमाल होती हैं। इन गाड़ियों में टिंटेड ग्लास का इस्तेमाल प्राइवेसी के लिए किया जाता है, लेकिन भारत में यह कानूनन अपराध है।
विदेशों में: कई देशों में कुछ हद तक टिंटेड ग्लास की अनुमति होती है
भारत में: केवल निर्माता द्वारा दिए गए फैक्ट्री टिंट को ही मंजूरी है, अतिरिक्त फिल्म पर प्रतिबंध है
क्यों है टिंटेड ग्लास पर प्रतिबंध?
- सुरक्षा कारण — अपराधियों को वाहन के अंदर छिपने से रोकना
- पुलिस जांच में आसानी
- दुर्घटना के मामलों में सबूत जुटाना आसान
- सार्वजनिक पारदर्शिता बनाए रखना
लोगों के लिए सबक
गाड़ी में अतिरिक्त काली फिल्म लगवाने से बचें
कानून की जानकारी रखें
VIP मूवमेंट में भी ट्रैफिक नियम का पालन करें
आयोजकों और ड्राइवरों को ऐसे मामलों में विशेष सतर्कता रखनी चाहिए
निष्कर्ष
अक्षय कुमार का यह दौरा एक अलग कारण से चर्चा में आ गया। हालांकि गाड़ी उनकी निजी नहीं थी, लेकिन इस घटना ने फिर एक बार साबित कर दिया कि कानून के सामने सब बराबर हैं। ट्रैफिक नियमों का पालन न केवल कानून की मांग है, बल्कि सड़क सुरक्षा और पारदर्शिता की भी गारंटी है।
आम जनता से लेकर मशहूर हस्तियों तक, सभी को इन नियमों का पालन करना चाहिए। वरना, चाहे आप खिलाड़ी कुमार हों या आम इंसान — पुलिस की नजर में गलती गलती ही रहती है।