स्पीड डेमन’ निहाल सरीन ने क्लासिकल ठहराव दूर करने के लिए गुकैश के पूर्व कोच का सहारा लिया

निहाल सरीन, जिन्हें तेज़ फॉर्मैट्स में उनके शानदार खेल के कारण ‘स्पीड डेमन’ कहा जाता है, तेज़ समय नियंत्रण में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में गिने जाते हैं। मैग्नस कार्लसन भी उनकी इस प्रतिभा को मानते हैं। लेकिन 2025 चेन्नई ग्रैंड मास्टर्स के दौरान फोकस उनकी क्लासिकल शतरंज पर आ गया। उनके पूर्व कोच श्रीनाथ नारायणन के मुताबिक, निहाल का क्लासिकल खेल ठहराव की स्थिति में है। विदित गुजराती के खिलाफ तीसरे राउंड में हार के बाद उन्होंने कहा, “उनका खेल निश्चित रूप से रुक गया है।”

पहले तीन राउंड में निहाल के पास सिर्फ आधा अंक था, जबकि उनके खेल देखकर अधिकांश लोग मानते हैं कि उन्हें कम से कम 2.5 अंक मिलने चाहिए थे। अनिश गिरी और विदित के खिलाफ वे जीते हुए मैच गंवा बैठे और विन्सेंट केमर के खिलाफ तो ड्रॉ का आसान मौका भी हाथ से निकल गया।

स्पीड डेमन' निहाल सरीन ने क्लासिकल ठहराव दूर करने के लिए गुकैश के पूर्व कोच का सहारा लिया

इसी ठहराव को खत्म करने के लिए निहाल ने अब जीएम विष्णु प्रसन्ना को अपना कोच बनाया है — वही कोच जिन्होंने विश्व चैंपियन गुकैश डोमरराजु का करियर गढ़ा था। विष्णु मार्च 2025 से निहाल के साथ काम कर रहे हैं, खासकर उनका लक्ष्य है निहाल की क्लासिकल रेटिंग बढ़ाना और इस साल के FIDE ग्रैंड स्विस व वर्ल्ड कप में अच्छे नतीजे दिलाना।

विष्णु के अनुसार, निहाल बेहद अनोखे खिलाड़ी हैं और उनकी ट्रेनिंग का तरीका किसी और से बिल्कुल अलग है। गुकैश के साथ उन्होंने शुरुआती सालों में लगभग बिना इंजन के काम किया था, जबकि निहाल का अभ्यास ज़्यादातर ऑनलाइन खेलों पर आधारित है। आंकड़े बताते हैं कि निहाल ने chess पर 55,282 गेम खेले हैं, जिनमें से 22,823 सिर्फ बुलेट (एक मिनट) फॉर्मैट में हैं। तुलना के लिए कार्लसन ने कुल मिलाकर 3,000 से थोड़े अधिक बुलेट गेम खेले हैं।

विष्णु मानते हैं कि तेज़ खेलों में निहाल किसी भी मुश्किल स्थिति से निकल सकते हैं, लेकिन अब उनका ध्यान इस प्रतिभा को क्लासिकल खेल में नतीजों में बदलने पर है।

विष्णु मानते हैं कि तेज़ खेलों में निहाल किसी भी मुश्किल स्थिति से निकल सकते हैं, लेकिन अब उनका ध्यान इस प्रतिभा को क्लासिकल खेल में नतीजों में बदलने पर है।

श्रीनाथ के मुताबिक, निहाल की क्लासिकल प्रगति में रुकावट का एक बड़ा कारण आत्मविश्वास की कमी है। कुछ साल पहले तक अपने साथियों में सबसे आगे रहने वाले निहाल ने अब देखा है कि गुकैश, आर. प्रज्ञानानंदा और अर्जुन एरिगैसी उनसे आगे निकल गए हैं। अर्जुन 2800 ELO तक पहुँच चुके हैं, जबकि प्रज्ञानानंदा और गुकैश उच्च 2700s में हैं। निहाल ने अभी तक 2700 ELO का आंकड़ा पार नहीं किया है।

चेन्नई में खेले जा रहे मौजूदा टूर्नामेंट में, कमेंटेटरों ने निहाल की ओपनिंग तैयारी की सराहना की है। गिरी और विदित के खिलाफ उन्होंने मिडल गेम तक शानदार पोज़ीशन हासिल की, जो दर्शाता है कि विष्णु के साथ काम का असर दिख रहा है। अब ज़रूरत है कुछ जीतों की, जो उनके आत्मविश्वास को वापस ला सकें और शायद अगले छह राउंड में यह देखने को मिले।

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