वैपन्स मूवी रिव्यू निर्देशक: ज़ैक क्रेगर
कलाकार: जूलिया गार्नर, जोश ब्रोलिन, एल्डन एहरनरेच, बेनेडिक्ट वॉन्ग, ऑस्टिन अब्राम्स
शैली: हॉरर, थ्रिलर, मिस्ट्री
रिलीज़ डेट: 8 अगस्त 2025
रेटिंग (4.5/5)

कहानी का सार“वैपन्स” एक ऐसी फिल्म है जो रहस्य, डर और रोमांच का शानदार मिश्रण पेश करती है। कहानी मैककैरन काउंटी नामक एक छोटे शहर में शुरू होती है, जहां एक रात 2:17 बजे मेब्रूक एलिमेंट्री स्कूल की एक कक्षा के 17 बच्चे रहस्यमयी तरीके से गायब हो जाते हैं। हैरानी की बात यह है कि उसी कक्षा का एकमात्र बच्चा, एलेक्स लिली (कैरी क्रिस्टोफर), गायब नहीं होता। इस घटना के बाद शहर में अफरा-तफरी मच जाती है। क्या इन बच्चों के गायब होने के पीछे उनकी शिक्षिका जस्टिन गैंडी (जूलिया गार्नर) का हाथ है? या फिर कोई अलौकिक ताकत इसमें शामिल है? यह रहस्य दर्शकों को अंत तक बांधे रखता है।

कथानक और प्रस्तुति ज़ैक क्रेगर ने “बार्बेरियन” की सफलता के बाद “वैपन्स” में अपनी कहानी कहने की कला को और निखारा है। फिल्म की गैर-रेखीय (नॉन-लिनियर) कहानी, जो अलग-अलग किरदारों के दृष्टिकोण से सामने आती है, इसे बेहद अनोखा बनाती है। हर नया दृष्टिकोण कहानी में एक नया मोड़ लाता है, जो दर्शकों को सोचने पर मजबूर करता है। पहले हिस्से में डर और रहस्य का माहौल बनता है, जबकि दूसरा हिस्सा सवालों के जवाब ढूंढने की कोशिश करता है। हालांकि अंत कुछ दर्शकों को थोड़ा अस्पष्ट लग सकता है, लेकिन यह फिल्म का रोमांच कम नहीं करता। क्रेगर ने हॉरर, सस्पेंस और हल्के हास्य को इतनी खूबसूरती से पिरोया है कि यह हर तरह के दर्शक को लुभाती है।

अभिनय जूलिया गार्नर का जस्टिन गैंडी के रूप में प्रदर्शन लाजवाब है। वह अपने किरदार की भावनात्मक उथल-पुथल को इतनी गहराई से दर्शाती हैं कि दर्शक उनके साथ जुड़ाव महसूस करते हैं। जोश ब्रोलिन, एक दुखी पिता आर्चर ग्राफ के रूप में, अपनी संजीदगी और गुस्से से स्क्रीन पर छा जाते हैं। एल्डन एहरनरेच और बेनेडिक्ट वॉन्ग अपने सहायक किरदारों में शानदार हैं, जबकि कैरी क्रिस्टोफर का मासूम और रहस्यमयी किरदार कहानी को और गहरा बनाता है। सभी कलाकारों की केमिस्ट्री फिल्म को और मजबूत करती है।

सिनेमैटोग्राफी और तकनीक लार्किन सीपल की सिनेमैटोग्राफी फिल्म को एक डरावना और रहस्यमयी माहौल देती है। हर दृश्य में गहराई और भावनाएं हैं, जो कहानी को जीवंत बनाती हैं। जो मर्फी का संपादन गैर-रेखीय कहानी को सहज और रोचक बनाता है। बैकग्राउंड स्कोर तनाव को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाता है, और प्रैक्टिकल इफेक्ट्स डरावने दृश्यों को और प्रभावी बनाते हैं।

क्या है खास? रहस्यमयी कहानी: बच्चों के गायब होने का रहस्य और उसका अनोखा खुलासा दर्शकों को बांधे रखता है।
अद्भुत प्रस्तुति: गैर-रेखीय कहानी और अलग-अलग दृष्टिकोण इसे ताज़ा और रोचक बनाते हैं।
शानदार मिश्रण: हॉरर, थ्रिलर और हल्के हास्य का संतुलन हर दर्शक को आकर्षित करता है।
बेहतरीन अभिनय: जूलिया गार्नर और जोश ब्रोलिन का प्रदर्शन फिल्म का दिल है।
क्या है कमजोर? कुछ दर्शकों को अंत थोड़ा अस्पष्ट या जल्दबाजी में समेटा हुआ लग सकता है।
कुछ सहायक किरदारों को और गहराई दी जा सकती थी।
क्या यह आपके लिए है? “वैपन्स” हॉरर और थ्रिलर प्रेमियों के लिए एक बेहतरीन पेशकश है। अगर आपको रहस्यमयी कहानियां और अनोखी प्रस्तुति पसंद है, तो यह फिल्म आपके लिए बनी है। हालांकि, अगर आप बहुत ज्यादा डरावने या हिंसक दृश्यों से परहेज करते हैं, तो इसे देखने से पहले तैयार रहें।

निर्णय “वैपन्स” एक ऐसी फिल्म है जो आपको डराती है, सोचने पर मजबूर करती है और अंत तक स्क्रीन से बांधे रखती है। ज़ैक क्रेगर ने एक बार फिर साबित किया है कि वह हॉरर और थ्रिलर शैली में माहिर हैं। शानदार अभिनय, बेहतरीन सिनेमैटोग्राफी और एक गहन कहानी के साथ यह फिल्म सिनेमाघरों में देखने लायक है। अपने दोस्तों के साथ इसे बड़े पर्दे पर देखें और इस रोमांचक सफर का लुत्फ उठाएं। रेटिंग: 4.5/5
सुझाव: सिनेमाघर में इसका अनुभव लें, क्योंकि इसका सस्पेंस और दृश्य बड़े पर्दे पर ही जीवंत होते हैं। नोट: फिल्म में कुछ डरावने दृश्य, हिंसा और डार्क थीम्स हैं, इसलिए इसे देखने से पहले अपनी सहजता का ध्यान रखें।