- रूसी सेना ने ड्रोन्स और मिसाइल्स से यूक्रेन के पोलतावा, सुमी और चेर्नीहिव क्षेत्रों में भारी हमले किए, जिससे 1 लाख से अधिक घरों में बिजली गुल हो गई।
- यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की के अनुसार, बिजली सबस्टेशन और गैस ट्रांसपोर्टेशन इंस्ट्रक्चर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुके हैं।
- डोनबास क्षेत्र में कोयला प्रोसेसिंग प्लांट भी नष्ट कर दिए गए, जिससे आगामी ठंड में ऊर्जा संकट और बढ़ सकता है।

सैन्य गतिविधियाँ और क्षेत्रीय स्थिति
- रूसी सेना सीमावर्ती ड्निप्रोपेत्रोव्स्क क्षेत्र व पूर्वी ज़ापोरिजिया में घुसपैठ और हमला कर रही है, लेकिन स्थायी कब्ज़ा नहीं बना पाई है।
- उत्तरी सुमी इलाके और खारकीव में रूसी सेना ने आक्रामक अभियान चलाया, पर बड़ी उपलब्धि नहीं हुई।
- रूस ने अधिक ड्रोन ऑपरेशन पॉइंट्स व एंटेना टारगेट करना शुरू किया, जिससे यूक्रेनी सेना के ड्रोन ऑपरेशन पर असर पड़ा है।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
- कीव पर रूस के घातक हमले के बाद दुनिया भर में रोष है, 21 नागरिक मारे गए।
- पश्चिमी देश यूक्रेन को सुरक्षा गारंटियों देने के प्रश्न पर एकमत नहीं हुए हैं, जबकि रूस निजी वार्ता की मांग कर रहा है

क्षेत्रीय झड़पें और यूक्रेनी जवाबी कारवाही
- यूक्रेनी सेना भी सीमित जवाबी कारवाई कर चुकी है—रुसी ऑयल पाइपलाइन पर विस्फोट, जो मास्को को पेट्रोलियम सप्लाई करती थी, अस्थायी रूप से बंद हो गया।
ऊर्जा संकट की चुनौती
- रूसी हमले ठंड के मौसम से पहले ऊर्जा और पानी की सप्लाई को बाधित कर रहे हैं—सुमी, पोलतावा जैसी जगहों के वॉटर यूटिलिटीज बंद हैं।
- बिजली सबस्टेशन, स्कूल, और इमारतें भी हमलों में तबाह हुई हैं।

निष्कर्ष
अगस्त 2025 में रूस-यूक्रेन युद्ध तेज़ ड्रोन्स और मिसाइल्स के हमलों के कारण एक नए मोड़ पर है। यूक्रेन को अपनी ऊर्जा आपूर्ति की सुरक्षा करना सबसे बड़ी चुनौती बन गई है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दबाव बढ़ रहा है, लेकिन समाधान की कोई स्पष्ट राह सामने नहीं है।
FAQs
प्रश्न: क्या यह युद्ध आगे और तेज होने की संभावना है?
उत्तर: रूसी सेना बढ़ी कार्रवाई की तैयारी कर रही है और नए इलाके को निशाना बना रही है, जिससे युद्ध का दायरा और बढ़ सकता है।
प्रश्न: कीव में क्या स्थिति है?
उत्तर: हाल ही में रूस के मिसाइल हमलों में कई नागरिक मारे गए, जिससे गंभीर चिंता है।