एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट जल्द चालू होगा उड़ान के लिये रहे आप लोग तैयार कम बजट में फर्स्ट क्लास

नोएडा एयरपोर्ट (जेवर एयरपोर्ट)

नोएडा एयरपोर्ट, जिसे जेवर एयरपोर्ट के नाम से भी जाना जाता है, उत्तर प्रदेश सरकार का एक बेहद भव्य प्रोजेक्ट है इसका पूरा नाम नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, जेवर रखा गया है इसके बन जाने के बाद यह न सिर्फ भारत, बल्कि एशिया के सबसे बड़े एयरपोर्ट्स में शामिल होगा दिल्ली और एनसीआर में बढ़ती एयर ट्रैफिक को संभालने के लिए इस एयरपोर्ट का निर्माण किया जा रहा है यूपी के विकास का गेटवे साबित होगा दिल्ली और एनसीआर के यात्रियों को इससे बहुत फायदा मिलेगा

यह कंपनी कर रही हैं निर्माण

नोएडा एयरपोर्ट का निर्माण स्विट्जरलैंड की Zurich Airport International AG कर रही है, जिसके पास विश्वभर में एयरपोर्ट निर्माण और संचालन का अनुभव है नवंबर 2021 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसका शिलान्यास किया था

निर्माण का अहम उद्देश्य

दिल्ली का इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट देश का सबसे व्यस्त एयरपोर्ट है और अनुमान है कि 2030 तक यह अपनी अधिकतम क्षमता पर पहुंच जाएगा ऐसे में नोएडा एयरपोर्ट के निर्माण से उत्तर प्रदेश के विकास को रफ्तार देने के लिए जेवर एयरपोर्ट कम करेगा

•यात्रियों को नया विकल्प मिलेगा
•बिजनेस, उद्योग और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा
•हजारों लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर मिलेंगे
•उत्तर भारत के सभी राज्यों को लाभ मिलेगा

एयरपोर्ट की खास बातें

•सस्टेनेबल डिजाइन: ग्रीन बिल्डिंग तकनीक का उपयोग ताकि पर्यावरण को कम नुकसान पहुंचे

  • सोलर पावर: बिजली जरूरतों के लिए सौर ऊर्जा का उपयोग
  • मल्टी-मॉडल कनेक्टिविटी:
    •यमुना एक्सप्रेसवे
    •ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे
    •दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे
    •बुलेट ट्रेन, मेट्रो, RRTS
    •कार्गो हब: व्यापार और निर्यात के लिए उत्तर भारत का बड़ा कार्गो हब बनेगा
    •होटल और कमर्शियल स्पेस: एयरपोर्ट परिसर में होटल, मॉल, बिजनेस पार्क भी बनेंगे

रोजगार और आर्थिक लाभ

निर्माण चरण में: मजदूर, इंजीनियर, प्रोजेक्ट मैनेजमेंट, सिक्योरिटी आदि को रोजगार

संचालन के बाद: एयरलाइंस स्टाफ, कस्टमर सर्विस, होटल, ट्रांसपोर्टेशन सेक्टर को अवसर

जमीनों की कीमत बढ़ेगी, स्थानीय लोगों को व्यवसाय और निवेश का लाभ मिलेगा

सरकार को टैक्स और रेवेन्यू से भारी फायदा होगा

होटल, टैक्सी, ट्रांसपोर्ट, रेस्टोरेंट व्यवसाय
आसपास के गांवों और शहरों की अर्थव्यवस्था भी तेजी से बढ़ेगी जमीनों की कीमत कई गुना बढ़ गई है उत्तर प्रदेश सरकार को भी टैक्स और रेवेन्यू के रूप में बड़ा फायदा होगा

RRM मशीन का उपयोग

हमने अनलॉन टेक्नोलॉजी सॉल्यूशंस के साथ साझेदारी की है, ताकि भारत में निर्मित पहली स्वदेशी रनवे रबर रिमूवल मशीन (RRM) – क्लीनजेट को नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर तैनात किया जा सके। यह उच्च क्षमता वाली, बिना किसी हानिकारक रसायन वाली मशीन पर प्रभावशीलता और सतत विकास सुनिश्चित करने में अहम भूमिका निभाएगी।

विकास चरण

यह एयरपोर्ट चार चरणों में विकसित होगा:

  1. पहला चरण (2025 तक): दो रनवे तैयार होंगे 1.2 करोड़ यात्रियों की वार्षिक क्षमता होगी
  2. दूसरा चरण (2032 तक): रनवे की संख्या चार तक बढ़ेगी
  3. तीसरा चरण: यात्री क्षमता 7 करोड़ प्रतिवर्ष तक पहुंचाने का लक्ष्य
  4. चौथा चरण: कुल छह रनवे बनेंगे, जो भारत के किसी भी एयरपोर्ट से अधिक होंगे

एयरपोर्ट का स्थान

यह एयरपोर्ट उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर जिले के जेवर क्षेत्र में बनाया जा रहा है

नोएडा से दूरी: ~70 किलोमीटर

दिल्ली से दूरी: ~75 किलोमीटर

ग्रेटर नोएडा से दूरी: ~40 किलोमीटर

आगरा से दूरी: ~130 किलोमीटर

इसका स्थान रणनीतिक रूप से बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि यहां से दिल्ली-एनसीआर, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान के कई शहरों को सीधी कनेक्टिविटी मिलेगी

भविष्य की संभावनाएं

नोएडा एयरपोर्ट के बनने से दिल्ली-एनसीआर के विकास को गति मिलेगी आगरा, मथुरा, अलीगढ़, बुलंदशहर, मेरठ, हापुड़, बागपत, फरीदाबाद, गुरुग्राम जैसे शहरों को भी इसका लाभ होगा। किसानों, व्यापारियों, छात्रों, पर्यटकों – सभी के लिए सुविधाएं आसान होंगी एयरपोर्ट के पास नोएडा फिल्म सिटी, इलेक्ट्रॉनिक सिटी और लॉजिस्टिक्स हब भी विकसित किए जाएंगे, जिससे उत्तर प्रदेश का ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी का सपना और तेजी से साकार होगा

भविष्य की योजनाएं

नोएडा फिल्म सिटी एयरपोर्ट के पास ही विकसित की जा रही है इसके अलावा यहां इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर, लॉजिस्टिक्स हब, स्पोर्ट्स सिटी और एजुकेशन हब भी बनाए जाएंगे इन सभी परियोजनाओं के पूरा होने पर जेवर क्षेत्र उत्तर प्रदेश का सबसे आधुनिक और विकसित इलाका बन जाएगा

एयरपोर्ट का नाम और कोड

इसका नाम नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट होगा IATA कोड जल्द ही घोषित किया जाएगा और टिकटों पर दिखाई देने लगेगा

निष्कर्ष

नोएडा एयरपोर्ट सिर्फ एक हवाई अड्डा नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश और भारत के भविष्य का प्रवेश द्वार है यह विकास, रोजगार, व्यापार और पर्यटन के लिए नई दिशा तय करेगा जब यह पूरी तरह बनकर तैयार होगा, तब यह भारत का सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा और दुनिया में भारत की पहचान को और भी मजबूत करेगा यूपी को ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनाने में मदद करेगा किसानों और गांवों की तरक्की का रास्ता खोलेगा

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